कुरुक्षेत्र 9 अक्टूबर:हरियाणा के खेल एवं युवा मामले मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि व्यायामशाला अब योग व फिटनेस तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि इसकी माटी से ओलंपिक का सफर शुरू होगा। व्यायामशालाओं में दिनचर्या के अनुसार ग्रामीण सैर व योग का आनंद लेंगे तो युवाओं की ओलंपिक की राह की शुरूआत यहीं से होने वाली है। बहरहाल, ग्रामीण क्षेत्र में युवाओं की खेलों के प्रति रूचि के हिसाब खाका तैयार करने के लिए खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग ने कदम बढ़ाया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में 30 फीसदी से ज्यादा व्यायामशालाएं बनाई जा चुकी हैं। इन व्यायामशालाओं में न केवल बुजुर्ग, बच्चे व महिलाएं अपने आप को तंदुरूस्त रखने के लिए सुबह-शाम सैर कर रही हैं बल्कि युवा खेलों का अभ्यास कर ओलंपिक के सफर की शुरूआत कर रहे हैं। ऐसे में युवाओं की प्रतिभा को तराशने के लिए खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग की ओर से व्यायामशालाओं में खेलों के प्रति युवाओं का रूझान ज्यादा बढ़ाने के लिए अभ्यास की शुरूआत करने की योजना तैयार की जा रही है। इसमें प्रमुख रूप से खो-खो, कबड्डी, बैंडमिंटन, वालीबॉल, हैंडबॉल व कुश्ती सहित अन्य खेल शामिल हैं। दूसरे खेलों के अभ्यास के लिए खिलाडिय़ों के पास स्टेडियम का विकल्प भी होगा। अलबत्ता ग्रामीण स्तर पर युवाओं में खेलों के प्रति रूचि बढ़ाने के लिए व्यायामशालाओं में खेलों का अभ्यास कारगर साबित हो सकता है।

खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग की ओर से व्यायामशालाओं में फिटनेस के साथ तैयार किए जाएंगे खिलाड़ी

युवाओं की रूचि के अनुसार होगा खेलों का अभ्यास

उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक हजार से ज्यादा व्यायामशालाएं बनाई जा चुकी हैं। सभी व्यायामशालाओं का एरिया एक एकड़ से ज्यादा है। अलबत्ता इनमें योग के लिए शैड का निर्माण किया गया है तो सैर के लिए पगड़डियां बनाई गई हैं, जिसके दोनों तरफ हरे-भरे पौधे भी हैं। यही नहीं कुछ हिस्से पर हरी घास लगाई है, जिससे पार्क के रूप तैयार किया गया है। लिहाजा इन तमाम सुविधाओं को देखते हुए खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग व्यायामशालाओं में खेल अभ्यास का विकल्प तराश रहा है।

व्यायामशाला में विकल्प दिखाई तो तैयार किया जाएगा खेल मैदान

खेलमंत्री संदीप सिंह ने कहा कि ग्रामीणों की फिटनेस के लिए व्यायामशालाओं का निर्माण किया गया है। व्यायामशाला में यदि विकल्प दिखाई देता है कि यहां कबड्डी, खो-खो या कुश्ती का मैदान तैयार करना है, तो उसे जरूर तैयार किया जाएगा। आसपास के गांवों के युवाओं की खेल प्रति रूचि भी देखी जाएगी, जिस खेल के प्रति रूचि होगी, उसका मैदान तैयार होगा ताकि युवा आसानी से खेल का अभ्यास कर सकें।